भीलवाड़ा के कोटड़ी के श्री चारभुजा नाथ मंदिर में ड्रेस कोड लागू है. यहां छोटे कपड़े, हाफ पेंट, बर्मुडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट और कटी-फटी जीन्स पहन कर नहीं जाया जा सकता है.
श्रीपावापुरी जैन मंदिर
कृणगंज के श्रीपावापुरी जैन मंदिर में भी ड्रेस कोड लागू है, यहां मंदिर कमेटी की तरफ से चेंजिंग रूम की सुविधा भी दी गयी है.
पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर
इस मंदिर के बाहर लगे बोर्ड पर सभ्य कपड़े पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करने की अपील की गयी है.
देवस्थान विभाग
दरअसल राजस्थान में करीब 700 मंदिर है जिनकी देखभाल का काम देवस्थान विभाग के पास है.
आदेश
ऐसे में इन मंदिरों से जुड़ा कोई भी फैसला विभाग के आदेश के बाद ही जारी होता है.
ड्रेस कोड लागू
प्रदेश के ज्यादातर मंदिर में ड्रेस कोड लागू है. मंदिर ट्रस्ट का कहना है ये हमारी आस्था का सवाल है.
मर्यादित वस्त्र
मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि मंदिर को घूमने की जगह नहीं है. इसलिए मंदिर में दर्शन और पूजा करने आएं तो मर्यादित वस्त्र और आचरण अनिवार्य है.
नियमों का पालन
राजस्थान हर साल लाखों सैलानी आते हैं, उसके लिए इस भारतीय संस्कृति को अपनाते हुए, नियमों का पालन करने की अपील की गयी है.
NO टच पॉलिसी
आपको बता दें देश के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर में आज से ही NO टच पॉलिसी शुरू कर दी गयी है.
पुलिस कर्मी
इस मंदिर में तो गर्भगृह के पास सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मी भी तक पुरोहित की ड्रेस में होगें, क्योंकि इस मंदिर में भी ड्रेस कोड लागू हैं.