राजस्थान में कुछ जगह पर शादी के दौरन एक अनूठी रस्म निभाई जाती है.
शादी पक्की
यहां पर हल्दी लगे हाथ से थप्पड़ मारकर शादी पक्की की जाती है.
मांडवी चोखले
इस परंपरा को बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, उदयपुर, डूंगरपुर के मांडवी चोखले में निभाई जाती है.
बातचीत
शादी पक्की करने के लिए पहले दो पक्षों में पहले बातचीत होती है.
सगाई की तारीख
इसके बाद सगाई तय करने के लिए लड़के पक्ष से 4-6 लोग लड़की के घर आते हैं.
मुखिया
इस दौरान लड़की पक्ष समाज के मुखिया को बुलाया जाता है. फिर सभी समाज के लोगों को बुलावा जाता है.
रिश्ते की जानकारी
फिर सभी लोगों की मौजूदगी में दोनों पक्षों के रिश्ते की जानकारी देते हैं, जिसके बाद सगाई की तारीख तय होती है.
सगाई
सगाई की तारीख पर लड़के पक्ष के दो युवकों को बिठाया जाता है, इसमें दूल्हा नहीं होता है.
सिक्के-सुपारी
इसमें लड़के पक्ष की ओर से एक-एक रुपए के पांच सिक्के एवं लड़की पक्ष की ओर से हल्दी व पांच सुपारी लेकर महिला आती हैं. सिक्के-सुपारी का एक-दूसरे को दी जाती हैं.
थप्पड़
इसके बाद मुखिया हल्दी लगे हाथों से युवक को थप्पड़ मारते और सगाई पक्की की मुहर लगाते हैं. साथ ही मुंह मीठा करवाते हैं.
डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.