श्री राम के अलावा रामायण के ये दो योद्धा भी कर सकते थे रावण का वध

Aman Singh
May 19, 2024

जब पृथ्वी पर रावण का अत्याचार बढ़ने लगा था तब भगवान विष्णु के सांतवें अवतार के रूप में भगवान श्री राम ने पृथ्वी पर जन्म लिया

श्री राम ने एक-एक कर अपनी बाल्य अवस्था से ही दुष्टों का संहार करना शुरू कर दिया था

वह समय भी शीघ्र आया जब वनवास के दौरान श्री राम ने रावण का वध कर उसके दुराचार से सृष्टि को मुक्त किया

यह सत्य है कि रावण का वध श्री राम के हाथों होना ही लिखा था

लेकिन रामायण में ऐसे दो योद्धाओं भी थे जो रावण का वध करने में सक्षम थे

रामायण के अनुसार रावण अति बलशाली था रावण के पास अनेकों मायावी और आसुरी शक्तियां मौजूद थीं

रावण की हुंकार से क्या मनुष्य और क्या देवता सभी थर-थर कांपते थे

रावण को वरदान था कि उसकी मृत्यु मनुष्य के हाथों से ही होगी

रामायण के अनुसार दो ऐसे योद्धा थे जिनसे रावण डरता था रावण उन योद्धाओं से उलझने से भी डरता था

वो दो योद्धा थे देवराज इंद्र के पुत्र बालि और भगवान शिव के अंश हनुमान जी

बालि को यह वरदान प्राप्त था कि जो भी उससे युद्ध करेगा उसका आधा बल बालि के अंदर समाहित हो जाएगा

ऐसे में एक अबर रावण बालि से युद्ध करने पहुंचा तब वह बालि से युद्ध में हर गया बालि 10 दिनों तक उसे अपनी बगल में दबाकर घूमते रहे

हनुमान जी भगवान शिव के अंशावतार होने के कारण परम शक्तिशाली थे और भगवान शिव की शक्तियां उनमें समाहित थीं

VIEW ALL

Read Next Story