अगर आप किसी से प्यार करते हैं तो आपको यह जरूर जानना चाहिए कि प्यार और मोह में क्या अंतर है.
मोह का अर्थ है किसी की तरफ आर्कषण होना, जिससे आपको उस इंसान की तरफ लगाव हो जाता है.
किसी व्यक्ति से तुंरत प्यार हो जाना, उसके लिए फीलिंग्स होना और फिर कोई और शख्स मिल जाने से ये सब पहले शख्स के लिए खत्म हो जाना प्यार नहीं हैं वो केवल मोह है.
मोह में शख्स अपनी प्रेमिका या प्रेमी को बांध देता है, लेकिन प्यार में वह आजाद छोड़ देता है. वहीं, अगर आपको सच में किसी से प्यार होगा तो आप उसे आजादी देंगे.
मोह में आपकी फीलिंग्स किसी से जितनी जल्दी जुड़ जाती है उतनी ही जल्दी वह टूट भी जाती हैं.
वहीं, प्यार किसी से एक मिनट में नहीं हो सकता है उसके लिए दिल में जगह बनाने में वक्त लगता है.
प्यार होगा तो आपका प्रेमी कही भी हो उसके लिए आपके दिल में प्यार रहेगा, लेकिन अगर मोह होगा तो किसी ओर से बात करने पर वो मोह भंग हो जाएगा.
प्यार में संतोष और शांति मिलती है, लेकिन मोह में आपको छटपटाहट होने लगती है.
प्यार और मोह में कुछ चीजें समान होती हैं, जैसे फीलिंग, आकर्षण आदि, लेकिन मोह कभी भी प्यार नहीं हो सकता है. हालांकि प्यार भी आकर्षण से ही शुरू होता है, लेकिन प्यार व्यवहार पर जाकर ठहरता है.