सत्यजीत रे एक ऐसे निर्देशक थे जो खुद में एक चलता-फिरता सिनेमा थे.

Anamika Mishra
Apr 23, 2023

सत्यजीत रे ने बतौर ग्राफिक डिजाइनर करियर की शुरुआत की थी , तब उन्होंने कई किताबों के कवर पेज डिजाइन किए थे

विभूतिभूषण बंधोपाध्याय के लोकप्रिय उपन्यास 'पाथेर पांचाली' के बाल संस्करण को सत्यजीत रे ने ही तैयार किया था.

1950 में सत्यजीत रे को लंदन जाने का पहला मौका जहां उन्होंने कई फिल्में देखी जिसके बाद वह सिनेमा की दुनिया में आने का फैसा किया

साल 1952 में सत्यजीत ने बिल्कुल नई टीम के साथ फिल्म की शूटिंग शुरू की. नया फिल्ममेकर होने की वजह से कोई भी उन पर पैसा लगाना नहीं चाहता था.

'पाथेर पांचाली' को बनाने के लिए सत्यजीत ने अपने सभी पैसे लगा दिए साथ ही पत्नी के गहने तक बेच दिए थे

उनकी पहली फिल्म पंथेर पांचाली थी. जिसने कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय पुरस्कार जीते

पंथेर पांचाली के बेहतरीन निर्देशन के कराण उन्हें 1992 में ऑस्कर से नवाजा गया

23 अप्रैल 1992 को कोलकाता में सत्यजीत रे ने आखिरी सांस लेकर दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया था

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