नवरात्रि के चौथे दिन मां लक्ष्मी को पान के पत्ते में से 7 गुलाब की पंखुड़ियां अर्पित करें.
मां दुर्गा को ये अर्पित करते समय लक्ष्मी मंत्र का जाप करें.
मां कुष्मांडा को कपूर युक्त गुलाब के फूल भी चढ़ाएं.
घर में बेल के पेड़ की एक शाखा ले आए और हर दिन पेड़ से एक छोटी टहनी तोड़ें.
इस टहनी को अपनी तिजोरी या धन रखने वाले स्थान पर रखें और महालक्ष्मी मंत्र का जप करें.
जीवन की परेशानियों को दूर करने के लिए 108 बार मां दुर्गा के इस बीज मंत्र का पाठ करें
“दुर्गतिनाशिनि त्वमहि दारिद्रादि विनाशिनीम्। जयमदा धनदं कुष्मांडा प्रणमाम्यहम्।” आप मानसिक स्वस्थता बनाए रखने के लिए इस मंत्र का मानसिक जाप करें.
बु्द्धि के विकास के लिए इस मंत्र का 11 बार जप करें. - “वन्दे वञ्चित कामार्थे चन्द्रार्धकृतशेखरम्। सिंहारुढ़ा अष्टभुजा कुष्मांडा यशस्वनिम्।”
सुख शांति समृद्धि के लिए इस मंत्र का जप करें-“या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।”