किसी भी गर्भवती महिला को सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण को देखना नहीं चाहिए और ना ही घर से बाहर इस दौरान निकलना चाहिए.
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को चाकू या कैंची जैसी किसी भी नुकीले या धारदार चीज़ का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
मान्यता है ऐसा करने पर बच्चे में शारीरिक दोष हो सकता है.
सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिला को बिस्तर पर दुर्वा घास को रखना चाहिए और संतान गोपाल मंत्र का जप करना चाहिए.
गर्भवती महिला को ग्रहण के शुरू होने से पहले ही या फिर बाद में ही स्नान करना चाहिए. ग्रहण के समय स्नान वर्जित है.
सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिला को उठने बैठने में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को भोजन नहीं करना चाहिए.
सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिला को घर में कहीं भी ताला नहीं लगाना चाहिए और धातु के गहने या तक की हेयर पिन तक से परहेज करना चाहिए.
सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के दौरान, ग्रहण काल में गर्भवती को सोना नहीं चाहिए, ऐसा करना अशुभ माना जाता है.
हिंदू मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण या फिर चंद्र ग्रहण के समय नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है.
हमारे शास्त्रों में भी इस दौरान सयंमित आचरण करने को कहा गया है.
खास तौर पर गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान अपना खास ध्यान रखना चाहिए. (डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है, जिसकी जी मीडिया पुष्टि नहीं करता है )