भारत के प्रमुख बाघ अभयारण्यों में से एक, रणथंभोर, राजस्थान की प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक है.
यहां घने जंगल, झीलें और चट्टानें बाघों, सियारों, हिरणों और विभिन्न पक्षियों के लिए आदर्श आवास प्रदान करते हैं.
सरिस्का टाइगर रिज़र्व
राजस्थान में स्थित सरिस्का टाइगर रिज़र्व, अरावली पर्वतमाला की गोद में बसा हुआ है.
यहां बाघों के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं. इसके अलावा, यहां विभिन्न प्रजातियों के हिरण, लंगूर, सांप और पक्षी भी देखे जा सकते हैं.
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जिसे पहले भरतपुर पक्षी अभयारण्य के नाम से जाना जाता था, पक्षी प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है.
यहां विभिन्न प्रवासी और स्थानीय पक्षियों की एक विस्तृत श्रृंखला देखी जा सकती है. इस अभयारण्य में प्राकृतिक झीलें और घास के मैदान पक्षियों के लिए आदर्श आवास प्रदान करते हैं.
कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य
कुंभलगढ़ किले के निकट स्थित यह अभयारण्य, घने जंगलों और पहाड़ियों से घिरा हुआ है
यहां लेपर्ड, हिरण, सांभर और विभिन्न पक्षी प्रजातियां पाई जाती हैं. कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ ऐतिहासिक महत्व भी रखता है.
दार्रा वन्यजीव अभयारण्य
दार्रा वन्यजीव अभयारण्य, राजस्थान के दक्षिणी भाग में स्थित है
यह अभयारण्य विभिन्न प्रजातियों के हिरणों, लंगूरों और पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण आवास है. दार्रा की प्राकृतिक सुंदरता और शांति इसे प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाती है.
माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य
माउंट आबू पर्वत श्रृंखला में स्थित, यह अभयारण्य अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है.
यहां घने जंगल, झरने और पहाड़ियाँ पाई जाती हैं. माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य में विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों, सांपों और अन्य वन्यजीवों को देखा जा सकता है.