शनि देव का संबंध हमारे पैरों से भी है, जबकि पैरों में जूते और चप्पल राहु केतु का प्रतीक माने जाते हैं.
घर के मुख्य द्वार पर जूते-चप्पल कभी ना रखें, इससे नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है.
घर के अंदर जूते-चप्पल पहनकर आने पर राहु और केतु जैसे पापी ग्रह भी घर के अंदर प्रवेश करते हैं.
वास्तु अनुसार घर में चप्पल पहनना मना है, आप मोजे घर पर पहन सकते हैं.
रसोईघर, भंडारघर, पूजाघर, तिजोरी वाले स्थान में जूते लेकर जाने से धनहानि और मान हानि होती है.
जूते चप्पल उतार कर कभी पूर्व या फिर उत्तर दिशा में ना रखें.
घर में मिट्टी लगे वाले जूते लेकर आते हैं और उत्तर दिशा में रखें.
गंदे जूते घर में नकारात्मक ऊर्जा लाते हैं जो धन की देवी लक्ष्मी को पसंद नहीं है.
गंदे जूते-चप्पल दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखने चाहिए.
फटे और पुराने जूते शनि की अशुभ छाया और घर पर दरिद्रता लाते हैं.
शनिवार के दिन जूते ना खरीदें, इससे शनि संबंधी पीड़ा घर में आ सकती
शनिवार को काले रंग की चमड़े की चप्पल या जूते मंदिर के बाहर उतार कर आ जाएं, कष्टों से मुक्ति मिलेगी.