मिलेट टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज से बचाने में सहायक होते है.
बाजरे में अधिक मात्रा में फाइबर और ट्रिप्टोफैन पाया जाता है. जब भोजन में मिलेट का सेवन करते हैं तो फाइबर और ट्रिप्टोफैन के कारण वह धीमी गति से पचता है.
हमारे शरीर को प्रतिदिन 38 ग्राम फाइबर की आवश्यकता होती है.
मोटा अनाज बाजरा खाने से अस्थमा में राहत मिलती है.
एसिडिटी को समाप्त या नेचुरल करने के लिए एन्टी-एसिडिक पदार्थो का सेवन करना लाभदायक होता है.
मिलेट्स में नियासिन पाया जाता है। यह विटामिन मानव शरीर की क्रियाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है.
मिलेट में पाया जाने वाला ट्रिप्टोफैन शरीर को एनर्जी प्रदान करने और एक्टिव बनाने के मुख्य भूमिका निभाता है.