मां

मां और बच्‍चे का एक अटूट रिश्ता होता है. जब जब उसके बच्चे पर मुसीबत आती है वह एक ढाल की तरह आकर उसके सामने खड़ी हो जाती है.

Anamika Mishra
Aug 28, 2023

महाभारत

इसका प्रत्‍यक्ष प्रमाण द्वापर युग में हुई महाभारत में देखने को मिलता है

नग्‍नावस्‍था

महाभारत में गांधारी ने दुर्योधन को नग्‍नावस्‍था में देखने की बात कही

जन्‍मांध

गांधारी जन्‍मांध पति धृतराष्‍ट्र की पतिव्रता स्त्री थी.

आंखों पर पट्टी

गांधारी ने भी पति धृतराष्‍ट्र के जनमांध होने के कारण अपनी आंखों पर पट्टी बांध ली थी

श्रद्धा और पूजा

भोलेनाथ की श्रद्धा और पूजा से प्रस्नन होकर शिवजी ने उन्‍हें एक अद्भुत वरदान दिया था

वरदान

भोलेनाथ के दिए हुए वरदान के मुताबिक गांधारी जिस किसी को भी पट्टी हटाकर देख लेतीं. उसका शरीर व्रज हो जाता

पट्टी

यही वजह थी कि गांधारी ने अपनी आंखों पर बांधी हुई पट्टी कभी नहीं हटाई थी

महाभारत का युद्ध

महाभारत का युद्ध अंतिम चरण पर था , कौरवों के बड़े योद्धा और गांधारी के 99 पुत्र मृत्यु हो गई था.

पुत्र मोह

अपने अंतिम पुत्र दुर्योधन के लिए गांधारी के मन में पुत्र मोह जग उठा, वह अपने पुत्र दुर्योधन की मृत्यु के भय से डर गईं

गंगा में स्नान

ऐसे में दुर्योधन को आदेश दिया कि वह गंगा में स्नान करके नग्नअवस्था में ही उसके पास आ जाए

श्रीकृष्‍ण

श्रीकृष्‍ण सब जानकर दुर्योधन से कहने लगे कि, बाल्‍यावस्‍था की बात और थी.अब वह युवा है, इस उम्र में मां के सामने ऐसे जाना अनुचित है

शरीर वज्र

श्रीकृष्‍ण जानते थे कि अगर दुर्योधन का शरीर वज्र का हो गया तो महाभारत का अंजाम कुछ और हो जाएगा।

पत्तों

श्रीकृष्‍ण की बात सोचकर दुर्योधन ने अपने कमर से निचले हिस्‍से को पत्तों से ढक लिया

शरीर वज्र

गांधारी ने उसे देखा उसका पूरा शरीर वज्र के समान हो गया, लेकिन जो हिस्सा पत्तों से ढका था वह सामान्य रह गया

भूल

गांधारी दुर्योधन की इस भूल पर बहुत रोईं, लेकिन अब कुछ हो नहीं सकता था

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