भगवान कृष्ण को खाटू श्याम क्यों कहा जाता है?

Sneha Aggarwal
May 28, 2024

वरदान

कहा जाता है कि कृष्ण ने बर्बरीक को अपने नाम से पूजे जाने का वरदान दिया था.

बाबा की कृपा

भगवान कृष्ण ने घोषणा की थी कि जो भक्त बर्बरीक को सच्चे मन से याद करके उसको बाबा की कृपा जरूर मिलेगी.

मनोकामनाएं

भक्त सच्ची श्रद्धा से श्यामजी (बर्बरीक) की पूजा करेंगे तो उनकी मनोकामनाएं पूरी होंगी और संकट दूर होंगे.

बहादुर

बर्बरीक भीम के पोते थे और बचपन से ही बहुत बहादुर और महान योद्धा थे.

युद्ध कला

बर्बरीक ने युद्ध कला अपनी मां मौरवी से सीखी थी.

तीन अचूक बाण

भगवान शिव ने बर्बरीक से प्रसन्न होकर उन्हें तीन अचूक बाण दिये, जिससे वे तीनों लोकों में विजयी हो सकते थे.

महायुद्ध

पांडवों और कौरवों के बीच महाभारत का युद्ध था. बर्बरीक इस महायुद्ध को देखना चाहते थे.

हारे का सहारा

बर्बरीक ने अपनी मां से वादा किया कि अगर उसे युद्ध में भाग लेने की इच्छा होगी तो वह उस पक्ष में शामिल हो जाएगा जो हार रहा होगा.

दान

इस दौरान भगवान कृष्ण ने बर्बरीक से शीश का दान मांगा था, जिससे खुश होकर उन्होंने बर्बरीक को उनके नाम से पूजे जाने का वरदान दिया था.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.

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