क्या आपको पता है खाटू श्याम जी का नाम उनकी मां ने बर्बरीक क्यों रखा था?

Sneha Aggarwal
Sep 01, 2024

मंदिर

राजस्थान की खाटू नगरी में बाबा श्याम का भव्य मंदिर स्थित है.

डंका

बाबा की नगरी के साथ श्याम का डंका आज पूरे विश्व में बज रहा है.

असली नाम

खाटू श्याम बाबा का असली नाम बर्बरीक है.

बर्बरीक

इसी के चलते आज हम इस बारे में बात करेंगे कि बाबा श्याम का नाम बर्बरीक क्यों रखा गया था.

शादी

घटोत्कच की शादी दिति के बेटे मूर की कन्या कामकटंककटा मोरवी से हुआ था.

तीन पुत्र

माता मोरवी के तीन पुत्र हुए थे जिनमें सबसे बड़ा पुत्र बर्बरीक था और दो अन्य पुत्र जनपर्व और मेघवर्ण थे.

बाल

माता मोरवी के सबसे बड़े बेटे का नाम बर्बरीक इसलिए रखा था क्योंकि उनके उनके बाल सिंह के समान थे.

मोरवी के लाडले

कहते हैं कि माता मोरवी के सबसे लाडले बेटे बर्बरीक थे, जो अपनी माता की हर बात मानते थे.

शीश दान

बाबा ने भगवान श्रीकृष्ण को शीश दान में दिया था, जिसके बाद पहाड़ी से बर्बरीक ने महाभारत देखी.

नदी

इसके बाद बर्बरीक का शीश रूपवती नदी में बहा दिया गया था.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.

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