उत्तर प्रदेश राज्य के झांसी में बंगरा नामक पहाड़ी पर पर यह किला स्थित है. इसका निर्माण ओरछा के बुंदेल राजा बीरसिंह जुदेव ने 1606-27 के बीच करवाया था.
बरुआ सागर किला झांसी से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर है. यह किला एक प्राचीन झील के सामने बना है. यहां से आसपास के जंगल को मनमोहट दृश्य दिखाई देता है.
यह किला पांट एकड़ के विशाल क्षेत्र में बना है. रानी महल, कुएं, बाबड़ी, चौपड़ा, तोपें, विशाल दरबाजे, दीवारों पर बनीं कलाकृतियां इसकी भव्यता को और बढ़ा देती हैं.
यह किला झांसी-कानपुर मार्ग पर चिरगांव बस्ती के अंदर एक पहाडी पर यह किला स्थित है. इसका निर्माण 12वीं शताब्दी के बाद कराया गया था.
यह किला झासी शहर के बीच नई बस्ती में स्थित एक पुरातात्विक धरोहर है. इसका निर्माण महाराज गंगाधर राव के बड़े भाई महाराजा रघुनाथ राव-तृतीय ने करवाया था.
यह किला चंदेल वंश के राजाओं ने बनवाया था. इस किले में कई भवन और मंदिर बने हैं. यह किला अपनी बेहतरीन नक्काशी के लिए जाना जाता है.