यूपी के इस जिले में भारत माता मंदिर, जहां होती है अखंड भारत की पूजा

Padma Shree Shubham
Aug 13, 2024

यूपी के वाराणसी में एक ऐसा मंदिर जो सम्पूर्ण देश की विरासत को अपने भीतर समेटे हुए है. ‘भारत माता मंदिर’ पूरे देश में अपने तरह एक मात्र मंदिर है.

देश-विदेश से लोग आते हैं

इस मंदिर की भव्यता और प्राचीनता को देखने देश-विदेश से लोग आते हैं. महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर में यह भारत माता का मंदिर स्थित है.

मंदिर का निर्माण स्वतंत्रता से पहले

मंदिर का निर्माण स्वतंत्रता से पहले उस समय बाबू शिव प्रसाद गुप्ता ने कराया जब स्वतंत्रता के लिए राष्ट्रीय आंदोलन की कमान महात्मा गांधी संभाल रहे थे.

1918 से साल 1924 तक

1918 से साल 1924 तक मंदिर का निर्माण चला. 25 अक्टूबर 1936 को वाराणसी में महात्मा गांधी ने भारत माता मंदिर का उद्घाटन किया था.

अविभाजित नक्शे को पूजा जाता है

इस अनोखे भारत माता के मंदिर में अविभाजित नक्शे को पूजा जाता है. मंदिर के गर्भ गृह के केंद्र में अविभाजित भारत के नक्शे की पूजा की जाती है.

बलूचिस्तान समेत पाकिस्तान

इस अखंड भारत के नक्से में जिसमें अफगानिस्तान, बलूचिस्तान समेत पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार को बर्मा के साथ ही श्रीलंका को मकराना यानी पाकिस्तान से लाए गए सीलोन संगमरमर के तौर पर प्रदर्शित किया गया है.

मंदिर को सजाया जाता है

साल में 2 बार अखंड भारत के मंदिर को सजाया जाता है. स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्रता दिवस पर और भव्य पूजा की जाती है.

राष्ट्रीय गीत

मंदिर के दरवाजे पर पहुंचते ही आपको बडे़ अक्षरों में राष्ट्रीय गीत दिख जाएगा. राष्ट्रीय गीत और मैथलीशरण गुप्त की कविता से दरवाजे को सजाया गया है.

जलाशय वाले हिस्सा को

नक्शे के जलाशय वाले हिस्सा को पानी से भरा जाता है. मैदानी भाग को हरे भरे घास से सजाया जाता है और फूल बिछाए जाते है. यह दृश्य बिल्कुल सुंदर लगता है.

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