उत्तर प्रदेश में बीजेपी 74 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है, जबकि 6 सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ सकती है. सूत्रों के मुताबिक उन सीटों के नाम भी सामने आ रहे हैं, जो सहयोगी दलों को दे सकती है.
यूपी में बीजेपी के साथ ओपी राजभर की सुभासपा, जयंत चौधरी की रालोद, संजय निषाद की निषाद पार्टी और अनुप्रिया पटेल की अपना दल (एस) शामिल है.
बीजेपी 2024 लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल को दो, अपना दल (एस) को दो, सुभासपा को एक और निषाद पार्टी को एक सीट दे सकती है.
बीजेपी अपने सहयोगी दलों के लिए जो सीटें छोड़ने जा रही है, उनमें ज्यादातर बीते लोकसभा चुनाव में भी उन्हीं के खाते में थीं जबकि कुछ पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा.
जयंत चौधरी की अगुवाई वाले रालोद के खाते में जो दो सीटें जा सकती हैं, उनमें बिजनौर और बागपत शामिल है. बागपत 2019 में बीजेपी के खाते में गई थी. जबकि बिजनौर 2019 में बसपा के खाते में गई.
अनुप्रिया पटेल की अगुवाई वाली अपना दल एस को बीजेपी दो सीटें मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज दे सकती है. ये दोनों सीटें 2019 में भी बीजेपी ने अपना दल (एस ) को दी थीं.
सुभासपा के लिए घोषी सीट छोड़ सकती है, 2019 में बीजेपी को यहां हार का सामना करना पड़ा था.
इसके अलावा संतकबीर नगर सीट बीजेपी दे सकती है, जहां से संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद मौजूदा सांसद हैं.
2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यूपी की 78 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उसे 62 सीटें मिली थीं, इसके अलावा अपना दल एस के खाते में 2 सीटें गई थीं.