चंद्रयान 3 मिशन को लीड करने वाली वैज्ञानिक ऋतु करिधाल लखनऊ से आती हैं. इन्हें भारत की रॉकेट वुमन के रूप में जाना जाता है.
यूपी के फतेहपुर जिले के रहने वाले वैज्ञानिक सुमित कुमार ने चंद्रयान-3 में लगे कैमरे को डिजाइन किया है.
उन्नाव से ताल्लुक रखने वाले वैज्ञानिक आशीष मिश्रा ने चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग से लेकर लैंडर प्रोपल्शन सिस्टम के डेवलपमेंट में काम किया है.
फिरोजाबाद के टिकरी गांव के रहने वाले वैज्ञानिक धर्मेंद्र प्रताप यादव चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग टीम में शामिल हैं.
चंद्रयान 3 की लैंडिग और कंट्रोलिंग की जिम्मेदारी मिर्जापुर के रहने वाले वैज्ञानिक आलोक पांडेय निभाएंगे.
प्रयागराज के रहने वाले वैज्ञानिक हरिशंकर गुप्ता ने चंद्रयान 3 को चांद पर सुरक्षित लैंड कराने के लिए हेजार्ड्स डिटेक्शन मैकेनिज्म बनाया है.
पीतलनगरी मुरादबाद के रहवे वाले वैज्ञानिक मेघ भटनागर पर चंद्रयान 3 के ऑनबोर्ड सॉफ्टवेयर के क्वालिटी कंट्रोल की जिम्मेदारी होगी.
मूलत: मुरादाबाद के रहने वाले साइंडटिस्ट रजत प्रताप सिंह पर चंद्रयान को पृथ्वी की कक्षा में पहुंचाने वाले रॉकेट को संचालित करने की जिम्मेदारी है.
चंद्रयान 3 में शेप नाम का नया उपकरण जोड़ा गया है. इस उपकरण को प्रतापगढ़ के रहने वाले वैज्ञानिक रवि केसरवानी ने बनाया है.
यूपी की पीतलनगरी मुरादाबाद के रहवे वाले वैज्ञानिक अनीश रमन सक्सेना चंद्रयान 1 और चंद्रयान 2 में भी काम कर चुके हैं.