हिंदू धर्म में 18 महापुराणों का वर्णन मिलता है, जिसमें शिवपुराण को सबसे अधिक प्रचलित और सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला ग्रंथ माना जाता है.
शिव पुराण में भगवान शिव की गाथा, महिमा, विभिन्न रूप, ज्योतिर्लिंग और कथा-कहानियों का वर्णन किया गया है.
इसके साथ ही इसमें शिवजी की महिमा के साथ ही भगवान के मूल मंत्रों के बारे में बताया गया है, जिसके जाप से शिवजी प्रसन्न होते हैं और समस्याएं दूर हो जाती हैं.
जिस भी प्राणी ने धरती पर जन्म लिया है उसकी मृत्यु होना भी निश्चित है. मृत्यु जीवन का अटल सत्य है. इस संकेतों के बारे में शिवजी ने माता पार्वती को बताए थे
शिव पुराण में व्यक्ति के जन्म और मरण दोनों से संबंधित कई बातें बताई हैं. जानते हैं शिव पुराण के अनुसार,मृत्यु से पहले मिलने वाले कुछ संकेतों के बारे में.
शिव पुराण में बताया गया है कि व्यक्ति को मृत्यु से पहले कुछ संकेत मिलने लगते हैं. जानते हैं..
शिव पुराण के अनुसार जब किसी व्यक्ति की मृत्यु निकट होती है तो उसकी 5 इंद्रियां सही से काम करना बंद कर देती हैं. इनका अर्थ होता है कि व्यक्ति की मृत्यु समीप हैं.
जब किसी व्यक्ति का शरीर अचानक से नीला या सफेद पड़ जाए,शरीर पर जगह-जगह लाल चकत्ते जैसे निशान दिखें, तो इसे भी शिव पुराण में मृत्यु का संकेत माना गया है.
शिव पुराण में कहा गया है कि जब किसी व्यक्ति का बायां हाथ फड़कने लगे या फिर मुंह के अंदर का ऊपरी हिस्सा जिसे तालू कहते हैं, अगर वह सूखने लगे तो यह भी व्यक्ति को मृत्यु का संकेत दे सकता है.
शिव पुराण के अनुसार मृत्यु के निकट होने से पहले व्यक्ति को चंद्रमा, अरुंधति तारा, सप्तऋषि तारे या अन्य तारे भी नहीं दिखाई पड़ते.
यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.