उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है. साल 2023 में उत्तर प्रदेश के आठ शहरों को सबसे साफ शहर माना गया था.
यूपी के इन शहरों को पांच स्टार रेटिंग में से तीन रेटिंग मिली थी.
वहीं प्रयागराज और बनारस को सबसे साफ शहर के लिए अवॉर्ड भी मिला.
साल 2023 में यूपी के 65 शहरों को कचरा मुक्त किया गया था.
2021 में सिर्फ पांच शहर ही यूपी में कचरामुक्त हुए थे.
यूपी के सभी शहर लगभग खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं. यानी अब ज्यादातर घरों में शौचालय हैं.
इतना सब होने के बाद भी यहां के कुछ शहर देश में गंदगी के मामले में अपनी जगह बनाए हुए हैं.
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि यूपी में सबसे गंदा शहर कौन सा है.
यूपी का गोंडा सबसे गंदा शहर माना जाता है. देश की राजधानी दिल्ली से सटा गाजियाबाद भी गंदगी के पायदान पर ऊपर ही है.
साल 2017 के स्वच्छता सर्वेक्षण के मुताबिक, यूपी का गोंडा शहर देश का सबसे गंदा शहर था.
उत्तर प्रदेश के दूसरे शहर जिन्हें भारत के गंदे शहरों और कस्बों की सूची में जगह मिली है, उनमें बहराइच को 6, शाहजहांपुर को 9वां और खुर्जा को 10वां स्थान मिला.
वहीं, स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के मुताबिक, उत्तर प्रदेश का नोएडा सबसे साफ़-सुथरा शहर है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.