ट्रेन से आपने एक न एक बार सफर जरूर किया होगा. लंबे सफर के लिए इसे बेहतर विकल्प माना जाता है.
ट्रेन को भारत की लाइफलाइन कहा जाता है. भारतीय रेलवे की गिनती दुनिया के चौथे सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क में होती है.
ट्रेन से सफर किया हो तो आपकी भी निगाह पटरियों पर गई होगी.
लेकिन क्या कभी सोचा है कि इसके आसपास जंग भले लगा हो लेकिन ऊपरी हिस्सा हमेश चमचमाता हुआ दिखाई देता है.
चलिए आइए जानते हैं कि इसकी क्या वजह है और पटरियां किस चीज से बनी होती हैं.
लोगों को लगता है कि रेल की पटरियां लोहे की बनी होती हैं. लेकिन खुले लोहे पर तो जंग लग जाता है, तो पटरियों पर ऐसा क्यों नहीं होता.
रेल की पटरियों को खास स्टील से बनाया जाता है. इसे मैग्नीज स्टील कहते हैं.
पटरी पर ये धातु होने की वजह से ही आयरन ऑक्साइड नहीं बनता है और पटरियों में जंग नहीं लगती है.
अगर पटरियां लोहे की होतीं तो इनमें नमी बनी रहती और जंग लगने से पटरियां कमजोर हो जाती और जल्दी बदलना पड़ता.
लोहे की चीजों में जंग तब लगता है जब ये हवा में ऑक्सीजन से रिएक्शन करती है. इसके बाद वस्तु पर भूरे रंगकी परत जम जाती है.
यहां दी गई फोटो में कुछ का AI ने काल्पनिक चित्रण किया है. जी यूपीयूके इनके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.