सर्दियों में न सताएगा आलस, मिनटों में खुलेगी नींद... बस प्रेमानंद महाराज के प्रवचन की 5 बातें अपना लें

Pooja Singh
Dec 08, 2024

सर्दियों का मौसम

तापमान कम होता है तो शरीर में आलस बढ़ता है. सर्दियों के मौसम में लोग बिस्तर में ज्यादा वक्त बिताना पसंद करते हैं. ऐसे में लोग सुबह जल्दी उठने में असमर्थ हो जाते हैं.

सुबह उठने के उपाय

सर्दियों में नींद खुलने और बिस्तर से निकलने में लोगों को समस्या होती है. ऐसे में दिनचर्या से जुड़े अन्य कामों में भी देरी हो जाती है. सुबह जल्दी उठने के लिए प्रेमानंद जी महाराज ने कुछ सुझाव बताए हैं.

सर्दियों में आलस

ये उपाय सर्दियों में काफी काम आ सकते हैं. प्रेमानंद महाराज के बताए तरीके को अपनाकर आप आलस दूर कर सकते हैं और सर्दियों में समय पर जाग सकते हैं.

सुबह उठना

आध्यात्मिक गुरु के मुताबिक, नींद से जागने के लिए शरीर और दिमाग को प्रशिक्षित करनी जरूरत होती है. इसके लिए रोज सोने से पहले तय कर लें कि आपको सुबह उठना ही है.

दिमाग को बनाएं दृढ़

दिमाग को किसी काम के लिए दृढ़ता से तैयार करने से वह काम जरूर किया जा सकता है. ये तरीका आलस दूर करके आपको सुबह उठने में मदद कर सकता है.

नींद चक्र

सुबह जल्दी जागने के लिए एक रात पहले समय पर बिस्तर पर जाएं. जब रोजाना समय पर सोएंगे तो समय पर उठने की आदत खुद बन जाएगी.इससे शरीर के नींद चक्र में सुधार भी होता है.

रात का खाना

रात का खाना हमारी नींद पर बड़ा प्रभाव डालता है. इसलिए रात में खाना शाम को 6 बजे तक खाएं और हल्का भोजन लें. जल्दी भोजन करने से पाचन क्रिया समय पर होती है और बेहतर नींद आती है.

सुबह जगने में समस्या

प्रेमानंद महाराज की मानें तो देर से और भारी भोजन पेट में भरा और भारीपन महसूस कराता है, जिससे नींद नहीं आती. फिर सुबह उठने में भी समस्या हो सकती है.

अच्छी नींद

प्रेमानंद महाराज के मुताबिक, रात का खाना जल्दी और हल्का भोजन करने से न सिर्फ पाचन बेहतर होता है बल्कि नींद भी अच्छी और आरामदायक आती है और सुबह अपने आप नींद खुलती है.

पानी का असर

नींद पर पानी का भी असर होता है. भरपूर पानी पीना शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है. अगर शरीर में पर्याप्त पानी होगा तो रात में प्यास कम लगेगी, जिससे अबाधित और बेहतर नींद आएगी.

बिस्तर

सर्दियों में सुबह देर तक सोते रहने का एक कारण आलस और ठंड में गर्माहट देता आप का बिस्तर भी होता है. कई बार नींद पूरी होने पर आप सुबह अपने समय पर जाग तो जाते हैं लेकिन अपने कंबल या रजाई से बाहर नहीं आना चाहते.

डिस्क्लेमर

यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

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