इस आसन से पेट के अंगों की मालिश होने के साथ रीढ़ की हड्डी भी मजबूत बनती है. मधुमेह से राहत देने वाला यह योगासन फेफड़ों की सांस लेने की क्षमता भी बढ़ाता है.
शरीर में शुगर कंट्रोल करने वाले इंसुलिन हॉर्मोन पैंक्रियाज ही उत्पादित करता है. धनुरासन पेट के सभी अंगों को मजबूत बनाने के साथ तनाव से भी राहत देता है.
कपालभाति प्राणायाम मधुमेह रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है. शरीर की तंत्र-तंत्रिकाओं और दिमाग की नसों को मजबूती देता है.
हाई शुगर को कंट्रोल करने के लिए पश्चिमोत्तानासन करने से पैंक्रियाज पर असर पड़ता है.यह योगासन मन की शांति और जीवन ऊर्जा बढ़ाने में बेहद फायदेमंद है.
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग यानी वेट ट्रेनिंग. डेली रूटीन में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग शामिल करता है तो उसकी ब्लड शुगर तो कम होती ही है. यह कैलोरी बर्न करने और मसल्स मास को बढ़ाने में मदद करता है.
शवासन काफी आसान योगासन है, कोई भी मधुमेह रोगी कर सकता है. शवासन में ध्यान लगाने की जरूरत होती है. जो कि शरीर को विश्राम देने के साथ मन शांत करता है और ऊर्जा का संचार करता है.
ताजी हवा में वॉक करने से स्ट्रेस लेवल कम होता है. जिसे डायबिटीज हो वह सप्ताह में तीन-चार बार 30 मिनट वॉक करता है तो उसे डायबिटीज को कम करने में काफी मदद मिल सकती है.