यष्टी मधु

यह औषधि बहुत प्रभावकारी है, क्योंकि यह कफ से संबंधित रेसिपायरेट्री समस्या को दूर करने में मदद करती है. इस औषधि के पाउडर को 1-3 ग्राम रोज सादा पानी के साथ लेने से इस्नोफिल्स काउंट कम होता है.

Zee Media Bureau
Nov 07, 2023

प्याज का रस

प्याज के रस का प्रयोग इस्नोफिलिया को कम करने में बहुत सहायक होता है. रोज सुबह एक चम्मच प्याज का रस, एक गिलास में पानी में मिलाकर लें. इससे इस्नोफिलिया में बहुत आराम मिलता है.

इस्नोफिलिया की दवा है भार्गी

इस औषधि का काढ़ा बनाकर 1 छोटा चम्मच दिन में दो बार, तीन दिन तक पिएं. इसके सेवन से इस्नोफिलिया के साथ-साथ अस्थमा जैसी बीमारी में काफी फायदा मिलता है.

शहद और पानी

गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से इस्नोफिलिया का स्तर कम होता है. शहद में एंटीबायोटिक गुण पाया जाता है, जो आपके शरीर के प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है.

अदरक

अदरक को पीसकर चाय में उसके रस को मिलाकर सेवन करें. कुछ दिन ऐसा करने से निश्चित रूप से आराम मिलेगा.

भाप

भाप के पानी में नीलगिरी की कुछ बूंद डालें. इस तौलिये से सिर को ढककर पानी को सूंघें. ऐसा करने से बलगम की समस्या से आराम मिलता है.

काली मिर्च

1/2 छोटा चम्मच काली मिर्च पाउडर को 1 छोटा चम्मच शहद के साथ मिलाकर, दिन में दो बार खाएं.

VIEW ALL

Read Next Story