दिलो में तुम अपनी बेताबियां लेके चल रहे हो तो जिंदा हो तुम, नजर में ख्वाबों की बिजलियां लेके चल रहे हो तो जिंदा हो तुम..
हवा के झोकों के जैसे आज़ाद रहना सीखो, तुम एक दरिया के जैसे लहरों में बहना सीखो..
हर एक लम्हें से तुम मिलो खोले अपनी बाहें, हर एक पल एक नया समां देखे ये निगाहें..
जो अपनी आखों में हैरानियां लेके चल रहे हो तो जिंदा हो तुम, दिलो में तुम अपनी बेताबियां लेके चल रहे हो तो जिंदा हो तुम..
फिल्म जिंदगी मिलेगी ना दुबारा में फराहन ने काफी एडवेंचर किया, लेकिन वो असल जिंदगी में कॉकरोच से बहुत ड़रते हैं.