प्लॉटों की कीमत अक्टूबर से पहले तय हो जाएगी. कनावनी गांव के पास सीआईएसएफ रोड के किनारे के ये प्लॉट पिछली बार बिक नहीं रहे थे.
इंदिरापुरम विस्तार योजना में 30 हजार 359 वर्ग मीटर भूमि पर ग्रुप हाउसिंग के लिए प्लॉट संख्या छह, सात और आठ बिक्री के लिए नियोजित किए गए थे.
जीडीए ने प्लॉट की बिक्री के लिए कई बार नीलामी तिथि रखी, लेकिन किसी ने प्लॉट नहीं खरीदा. जिससे इस योजना के बदलाव करने पर निर्णय लिया गया.
जीडीए वीसी अतुल वत्स ने इसमें बदलाव के लिए जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी के गठन का निर्देश दिया.
कमेटी के गठन का निर्देश मिलने के बाद ग्रुप हाउसिंग को एकल आवासीय प्लॉट में बदलने का निर्णय लिया गया. इसका प्रस्ताव बोर्ड बैठक में रखा गया.
मीटिंग में प्रस्ताव पास होने के बाद अब दीपावली पर इस योजना को धरातल पर लाने की तैयारी चल रही है. दीवाली के बाद लोग प्लॉट खरीद सकेंगे.
इन प्लॉटों की बिक्री से जीडीए की आय में इजाफा होगा. इससे जीडीए को लगभग 400 करोड़ रुपये की आय होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
आवासीय प्लॉटों के लिए पार्क, वर्टिकल गार्डन, सड़क, सीवर, पानी, ग्रीन बेल्ट, स्ट्रीट लाइट जैसी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
वहीं जीडीए चारदीवारी और गेट बनवाने के बाद प्लॉटों को बेचेगा. जिसके साथ ही लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराने का काम शुरू होगा.
इन प्लॉटों के बनने से इंदिरापुरम का और विस्तार हो जाएगा. इंदिरापुरम क्षेत्र में एकल आवासीय प्लॉटों की मांग ज्यादा है.