गाजीपुर में महर्षि दधीचि का आश्रम से लेकर किला मंदिर जैसे कई ऐसी जगहें हैं जहां पर घूमने जा सकते हैं.
गाजीपुर का गंगा घाट हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहा है. महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल पर लोग पहुंचते हैं और पवित्र नदी में डुबकी लगाते हैं. धार्मिक अनुष्ठान भी करते हैं.
गाजीपुर का शिव जी को समर्पित चंद्रकांता शिव मंदिर की सुंदर वास्तुकला अद्भुत हैं. दूर-दूर से यहां लोग भगवान के दर्शन के लिए आते हैं, आप भी यहा नये साल पर आ सकते हैं.
गाजीपुर के पास 14वीं शताब्दी का जौनपुर किला स्थित है जो एक ऐतिहासिक स्थल है जिसे सुल्तान फ़िरोज़ शाह तुगलक ने बनवाया. यहां की नक्काशी हैरान कर देगी.
वार्षिक गाजीपुर मेले के समय गाजीपुर मेला ग्राउंड गुल्जार होता है. तय त्योहारों में आएं तो इसकी संस्कृति, पारंपरिक शिल्प और मनोरंजन गतिविधियों का मजा ले सकते हैं.
गाजीपुर पक्षी अभयारण्य प्रकृति प्रेमियों को अपनी ओर खिंचता है. प्रवासी और निवासी पक्षियों के इस घर में एक से बढ़कर एक पक्षियों को देखने का मौका मिल सकता है.
गाजीपुर के भिटौरा ऋषि भृगु से जुड़े इस प्राचीन स्थल पर घूमने जा सकते हैं. यह महान ऋषि का जन्म स्थान है और यहां मंदिर दर्शन का भी मौका मिलेगा.
गाजीपुर संग्रहालय में इतिहास और पुरातत्व में रुचि रखने वाले आ सकते हैं. यहां कलाकृतियों, मूर्तियों के साथ ही पुरातात्विक अवशेषों को देखने आ सकते हैं.
महर्षि दधीचि का आश्रम महर्षि दधीचि को समर्पित है. मान्यता है कि महर्षि यहां अपनी तपस्या की थी. आध्यात्मिक साधकों के साथ ही भक्त यहां आ सकते हैं.