बलिया के सिंकदरपुर के पकड़ी गांव में विहंगम योग संस्थान स्थित है. जहां आप घूमने आ सकते हैं.
विहंगम योग संस्थान को सदाफल देव जी महाराज ने स्थापित करवाया जो आज आध्यात्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है.
बलिया जिले के रसड़ा तहसील के कोटवारी गांव में अल्लाह ताला का घर कहा जाने वाला एक इमारत है. आप यहां इसकी खूबसूरती और नक्काशी देखने आ सकते हैं.
बलिया शहर का शहीद पार्क चौक खास है. यहां से 6 सड़कें निकलती हैं जिससे पूरे शहर की गली और बस्तियां जुड़ी हुई है. कहीं से भी चलें चौक पर पहुंचे जाएंगे.
बलिया शहर को ब्रिटिश सरकार ने बसाया और यहां के शहीद पार्क चौक का संबंध आजादी के आंदोलन से है. यहां ब्रिटिश काल में आजादी के दीवानों को सजा दी जाती थी.
बलिया का बहुत बड़ा पर्यटन स्थल अवधूतेश्वर शिवालय काफी प्रसिद्ध है. यह पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की जन्मस्थली रही है.
दक्षिण भारतीय शैली में बना अवधूतेश्वर शिवालय मंदिर को पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने बनवाया था. यहां श्रद्धालु दर्शन के लिए आ सकते हैं.
बलिया के चितबड़ा गांव में बरईया पोखरा स्थित है जोकि पर्यटन स्थल तो है ही ये एक ऐतिहासिक धरोहर भी है.
चितबड़ा गांव के दीनदयाल बरेई ने बरईया पोखरा को बनवाया था. यहां घूमने आना आपको आनंद दे जाएगा.
बलिया जिले के बेल्थरा रोड परमां कामख्या को समर्पित मां भवानी का मंदिर है, चैत्र नवरात्रि में यहां एक माह का बड़ा मेला लगता है.