हिंदू वादी पक्ष के अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी के मुताबिक, तहखाना में सफाई के दौरान खंडित खंबे मिले हैं जो प्राचीन मंदिर के थे.
वहीं परिसर में तीनों गुंबद के नीचे जांच की गई. पश्चिमी दीवारों का भी सर्वे किया गया. हिन्दू प्रतीक चिन्हों की जांच और फोटोग्राफी की गई.
पश्चिमी दीवार पर त्रिशूल और स्वास्तिक मिले होने का दावा किया गया है. तहखाने में करीब चार फीट लंबी खंडित मूर्ति मिली है.
हिन्दू पक्ष का दावा है कि तहखाने में मंदिर के टूटे खंभे के अवशेष भी मिले हैं. दूसरे दिन के सर्वे के दौरान मुस्लिम पक्ष की ओर से सहयोग किए जाने की भी बता कही गई.
पश्चिमी दीवार पर त्रिशूल और स्वास्तिक मिले होने का दावा किया गया है. तहखाने में करीब चार फीट लंबी खंडित मूर्ति मिली है.
दावा किया गया है कि यह आधी मनुष्य और आधी पशु की मूर्ति है. इसे नरसिंह अवतार की मूर्ति के रूप में भी प्रदर्शित किया जा रहा है.
सर्वे में दो फीट के त्रिशूल भी मिलने का दावा किया जा रहा है. इसके अलावा 4 फीट की मूर्ति के साथ-साथ 5 कलश भी वहां पाए जाने की बात सामने आई है.
हिंदू वादी पक्ष के अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी ने बताया कि शनिवार सुबह 8 बजे ASI की टीम ज्ञानवापी पहुंची. इसके बाद 8:40 पर एएसआई सर्वे का काम शुरू हुआ और शाम 5:30 बजे तक सर्वे चला.