क्या आप हनुनान जी के परिवार के बारे में जातने है, और ब्रह्मचारी होने के बावजूद हनुमानजी एक पुत्र को एक पुत्र भी था.
हनुमान जी अजर-अमर है. पुराणों में हनुमान जी को बल, बुद्धि, विद्या में निपुण माना गया है. वह केवल एक मात्र ऐसे देवता है जिनके अधीन आठ सिद्धियों और नव निधियों के दाता है.
ब्रह्मांडपुराण के अनुसार, हनुमान के 5 भाई थे, जिनके नाम- मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान, गतिमान और धृतिमान हैं.
इनसे हटके महाभारत काल में पांडू पुत्र भीम को हनुमान जी का भाई कहा गया है.
'ब्रह्मांडपुराण' में उल्लेखित एक प्रसंग में हनुमान जी के भाइयों के बारें में जिक्र मिलता है.
पुराणों में हनुमान जी के पुत्र मकरध्वज के बारे में भी जिक्र मिलता है. हनुमान जी पहली बार अपने पुत्र से पाताललोक में मिले थे.
अहिरावण का अंत करने के बाद हनुमान जी ने अपने पुत्र को पाताल का राजा नियुक्त किया था.