पिता पर लिखी वो शायरी जो कर देंगी आपको इमोशनल

Rahul Mishra
Jun 15, 2024

पिता

पिता शब्द को सुनते ही हम सबके दिमाग में जिम्मेदारी का अहसास होता है.

फादर्स डे

ऐसे ही पिता बिना किसी मुश्किल को बताए बच्चों की सभी इच्छाओं को पूरा करने में लगे रहते हैं. इसलिए उन सभी पिताओं के योगदान को मान देने के लिए हर साल फादर्स डे जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है.

पिता को समर्पित कुछ शायरी

आज हम आपको बताएंगे फादर्स डे के अवसर पर पिता को समर्पित करने के लिए कुछ बेमिसाल शायरी. इनसे दें अपने पिता को फादर्स डे की शुभकामनाएं.

एक पल भी गंवारा है...

बिना उसके ना एक पल भी गंवारा है पिता ही साथी है, पिता ही सहारा है.

वह ही हमारी शान...

बेमतलब सी दुनिया में वह ही हमारी शान हैं किसी शख़्स के वजूद की पिता ही पहली पहचान हैं

ना रात दिखाई देती है...

ना रात दिखाई देती है, ना दिन दिखाई देते हैं पिता को बस परिवार के हालात दिखाई देते हैं

सबकी जान बसती है...

परिवार के चेहरे पे ये जो मुस्कान हंसती है पिता ही है जिसमें सबकी जान बसती है

पिता हारकर बाज़ी...

पिता हारकर बाज़ी हमेशा मुस्कुराया शतरंज की उस जीत को मैं अब समझ पाया

दिल शेर होता है...

न हो तो रोती हैं ज़िदे, ख्वाहिशों का ढेर होता है पिता हैं तो हमेशा बच्चो का दिल शेर होता है

रिश्तों की कोई और किताब...

हमें पढ़ाओ न रिश्तों की कोई और किताब पढ़ी है बाप के चेहरे की झुर्रियाँ हम ने

मुझ को छाँव में रखा...

मुझ को छाँव में रखा और ख़ुद भी वो जलता रहा मैं ने देखा इक फ़रिश्ता बाप की परछाईं में

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