डायबिटीज से परेशान लोगों की गर्मी अच्छी बीतेगी!
घुल जाने की प्रवृति फाइबर युक्त सेब ब्लड शुगर के लेवल मेंटेन रहता है. इसके छिलकों में एक बायोएक्टिव यौगिक होता है जो डायबिटीज के खतरे को कम करता है. एक हरे सेब का जूस टाइप 2 डायबिटीज वालों के लिए फायदेमंद होता है.
डायबिटीज रोगी के लिए कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला सत्तू लाभकारी होता है. फाइबर, प्रोटीन व एंटीऑक्सीडेंट से सत्तू भरा है ऐसे में यह ब्लड शुगर के बैलेंस में रखता है. बढ़ते ग्लूकोज को कम करने में सत्तू में मौदूज बीटा-ग्लूकन बहुत मददगार होता है. ब्लड में शुगर लेवल भी कंट्रोल होता है.
कोकम का जूस डायबिटीज के रोगी के लिए लाभकारी होता है क्योंकि यह ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल में रखता है. इसमें पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट और एंटी डायबिटिक के कई एंजाइम्स ठीक करता है जो कि टाइप 2 डायबिटीज वालों के लिए फायदेमंद है.
फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्वों से चिया सीड्स में भरा होता है. वहीं स्ट्रॉबेरी ऐसे में डायबिटीज के रोगी के लिए अच्छा होता है जिसमें विटामिन सी और मैग्नीशियम पाया जाता है. एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है और मैग्नीशियम इंसुलिन रेसिस्टेंट को ठीक करता है.
इसे पीने से ब्लड शुगर कंट्रोल किया जा सकता है. काजू में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में ब्लड शुगर को बैलेंस में रखता है. एनाकार्डिक एसिड यौगिक काजू में हेने से ब्लड शुगर कंट्रोल हे पाता है.
बादाम में प्रोटीन होता है. हेल्दी फैट और फाइबर की प्रचूर मात्रा होती है. यह टाइप 2 डायबिटीज वालों में ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है. प्रीडायबिटीज के लिए बादाम का दूध लाभकारी होता है.
बादाम का दूध ब्लड शुगर को बढ़ने नहीं देता. डायबिटीज से परेशान लोगों के लिए यह बादाम का दूध हेल्दी विकल्प है. गाय के दूध की अपेक्षा यह कम कैलोरी के साथ ही कम कार्बोहाइड्रेट वाला होता है.
यह डायबिटीज के रोगियों के लिए अच्छा होता है क्योंकि इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और कई इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल भी इसमें पाए जाते हैं. इसका फाइबर स्टार्च को ग्लूकोज में धीमी गति से चेंज करता है जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल मेंटेन रहता है.
डिस्क्लेमर: सामान्य जानकारी के तहत यह बताया गया है. किसी भी उपाय से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें ये उपाय किसी दवा या इलाज का दावा नहीं करता न ही उसका विकल्प है.