कहीं आप भी बहुत ज्यादा मोमोज तो नहीं खाती हैं
जब भी मोमोज खाएं उसे अच्छी तरह चबाएं. मैदे से बना ये डिश स्लिपरी होता है जिसे निगलते समय कई और तरह की परेशानियां हो सकती हैं. सीधा निगलने से मोमज अच्छे से पचता भी नहीं है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक मोमोज के अंदर स्टफ सब्जियां कई बार खराब होती है. इसमें ई-कोलाई जैसे बैक्टीरिया हो सकते हैं, जो गंभीर बीमारियां पैदा करती हैं.
मोमोज के साथ सर्व होने वाली तीखी लाल मिर्च की चटनी की गुणवत्ता कई बार अच्छी नहीं होती. यह सेहत को खराब कर सकती है.
मोमोज की चटनी ज्यादा खानेसे बवासीर या खूनी बवासीर और पेट में जलन , पेट में गैस, पाचन से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं.
मोनो-सोडियम ग्लूटामेट मोमोज में पाया जाता है जो मोटापे का कारण हो सकता है. इसके अधिक सेवन से तंत्रिका तंत्र से जुड़ी परेशानी, अधिक पसीना, सीने में दर्द या मतली जैसी परेशानी हो सकती है.
ज्यादा मोमोज खाने से बॉडी की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती जाती है और जल्दी बीमार पड़ने संबंधी परेशानी होती है.
मैदे से बना मोमोज अधिक खाने से कब्ज जैसी परेशानी हो सकती है.
मैदे में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत अधिक मौजूद होता है. ऐसे में अधिक मोमोज खाने से शुगर लेवल बढ़ने जैसी परेशानी हो सकती है.
मैदे में स्टार्च होता है जो वजन बढ़ाने का कारक और कोलेस्ट्रॉल लेवल को हाई करने का कारक हो सकता है.