उत्तर प्रदेश के प्राचीन शहरों में जौनपुर एक है. कन्नौज के शासक ने इसे अधीन कर इसका नाम यवनपुर रखा था.
इसके बाद दिल्ली सल्तनत के तीसरे शासक फिरोजशाह तुगलक ने अपने चचेरे भाई जौना खां की याद में रखा था.
जौना खां का असली नाम मुहम्मद बिन तुगलक था और वह दिल्ली के सुल्तान थे.
फिरोजशाह ने 1359 ईस्वी में जौनपुर की स्थापना की थी.
जौनपुर, दिल्ली सल्तनत के पूर्वी प्रांत की राजधानी थी. बाद में, यह शर्की साम्राज्य की राजधानी भी बना.
जौनपुर सल्तनत की स्थापना 1394 में हुई थी और यह 1479 तक जारी रही. जौनपुर के अंतिम शासक हुसैन शाह थे.
जौनपुर उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित है. इसका इतिहास समृद्ध रहा है.
जौनपुर की अटाला मस्जिद भारत की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है. जौनपुर में मुख्य रूप से अवधी, हिंदी और उर्दू बोली जाती है.
जौनपुर के प्रमुख आकर्षणों में से एक है, 1568 में बना शाही पुल. जौनपुर की इमरती भी देश-विदेश में काफ़ी मशहूर है.