अनुराधा पाल 2015 बैच की आईएएस अधिकारी हैं, उन्हें उत्तराखंड काडर मिला था.
उत्तराखंड के हरिद्वार के छोटे से गांव की रहने वालीं अुनराधा पाल गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं.
परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर उन्होंने ट्यूशन पढ़ाकर अपनी पढ़ाई के लिए पैसा जुटाया.
हरिद्वार के नवोदय विद्यालय से स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद अनुराधा ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की.
इंजीनियर बनने के बाद अनुराधा पाल ने टेक महेंद्र कंपनी में जॉब की. इसके बाद रुड़की के कॉलेज में लेक्चरर के पद पर काम किया.
सिविल सेवा की तरफ रुझान होने के कारण अनुराधा पाल से यूपीएससी की तैयारी शुरू की.
2012 में अनुराधा ने यूपीएससी की परीक्षा पास की और उनका चयन आईआरएस के पद पर हुआ.
अनुराधा पाल ने 2015 में फिर से यूपीएससी की परीक्षा और ऑल इंडिया 62वीं रैंक लाकर आईएएस बनीं.
अनुराधा पाल सख्त मिजाज आईएएस अधिकारी हैं. इस समय वे बागेश्वर की जिलाधिकारी हैं.
जनता दरबार में किसानों को मुआवजा न मिलने की शिकायत पर डीएम अनुराधा पाल ने अधिकारी को सैलरी रोक दी थी.