अपने कार्यों और निर्णयों की ज़िम्मेदारी नहीं लेने से प्रगति की कमी के साथ ही दूसरों के भरोसे में कमी हो सकती है.
अपने समय का सही ढंग से उपयोग न करना आपको लक्ष्य तक ले जाने और प्रोग्रेस से रोक सकता है.
असफल होने का डर आपको लक्ष्य से पीछे ले जाता है. साथ ही रिस्क लेने और कुछ नया करने से रोक सकता है.
लगातार अपने लक्ष्यों के अनुरूप चुनाव करने की क्षमता के बिना, सफलता प्राप्त करना कठिन है.
यह मानना कि सफलता आपकी पहुंच से दूर है या आपके पास वह नहीं है जो सफल होने के लिए जरूरी है, आपको लक्ष्य से दूर ले जाती है.
स्पष्ट लक्ष्य और उन्हें प्राप्त करने का प्लान न होना एक बड़ी वजह है. इसकी वजह से ध्यान भटकने के साथ ही सही और गलत के बीच भेद भी नहीं कर पाएंगे.
आखिरी समय तक कार्यों को टालने से मिलने वाले अवसर खत्म होते हैं. साथ ही प्रोडक्टिविटी में कमी आती है.