करेला स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है. अकसर करेले का सेवन जूस और सब्जी के रूप में किया जाता है.
करेले की तरह ही इसकी पत्तियां भी स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी फायदेमंद मानी जाती हैं. करेले की पत्तियों का इस्तेमाल दाद-खुजली, सिरदर्द, पेट के रोगों और पैरों की जलन दूर करने के लिए किया जा सकता है.
इतना ही नहीं इसकी पत्तियां मधुमेह के रोगियों के लिए भी उपयोगी होती हैं.
करेले की पत्तियों में विटामिन सी, विटामिन ए और एंटीऑक्सीडेंट होता है. साथ ही इसमें हाइपोग्लाइकेमिक गुण होते हैं, जो कई तरह के रोगों को दूर करने में सहायक होती हैं. इसकी पत्तियों में एंटीवायरल और एंटी माइक्रोबियल गुण भी होते हैं, जो संक्रमण से बचाव करते हैं.
करेले की पत्तियां औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं. आप करेले की पत्तियों का इस्तेमाल जूस, सब्जी, परांठे आदि के रूप में कर सकते हैं.
10-15 करेले के पत्ते का रस निकाल लें और काली मिर्च के दाने पीसकर मिला लें. साथ ही, आधा चम्मच पीपल का चूर्ण और एक ग्राम सोंठ मिलाकर पीने से आपको दर्द में आराम मिलेगा.
शुगर के मरीजों के लिए करेले की पत्तियां किसी वरदान से कम नहीं हैं. इनका सेवन करने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है.
बहुत लोगों को पैरों के तलवों में जलन की समस्या होतीा है. ऐसे में करेले के पत्तों का रस आराम दे सकता है. इसके लिए पत्तों को पीसकर इसका रस निकाल कर तलवे पर लगाएं.
डिलीवरी के बाद बहुत सी महिलाओं को दूध ना बनने की शिकायत रहती है. ऐसे में करेले के आठ-दस पत्तों को पानी में उबालें. इस पानी को ठंडा करके प्रसूता को पिलाएं. इससे दूध ना बनने की समस्या कम होगी.