मोती चंद्रमा का रत्न है और इस रत्न को धारण करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं.
कुंडली में अगर चंद्र का शुभ प्रभाव हो तो जातक को मोती अवश्य धारण करना चाहिए. लेकिन इससे पहले अपने ज्योतिषी से सलाह जरूर ले लेना चाहिए
हालांकि किसी रत्न को धारण करने से पहले पता लगा लेना जरूरी है कि रत्न असली है नकली.
मोती को परखने के लिए उसे गौमूत्र में 24 घंटे तक डुबो दें.
गौमूत्र में 24 घंटे डुबोए रखने पर मोती अगर रंग बदल ले या फीकी पड़ जाए तो मोती नकली है.
गौमूत्र में 24 घंटे डुबोए रखने पर अगर मोती का रंग बरकरार है तो मोती असली है.
अगर आप चटका, दागदार, धब्बेदार, टूटा-फूटा, रक्त या ताम्रवर्णी मोती धारण कर रहे हैं तो यह हानिकारिक भी हो सकता है.
यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धार्मिक ग्रंथों और माध्यमों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को मानने से पहले अपने विशेषज्ञ की सलाह ले लें. ये सभी एआई से निकाले गए हैं, इन्हें वास्तिक चित्र न माना जाए. यह एक अनुमान है