शरीर छोड़ने के बाद आत्मा कैसे चुनती है शरीर

May 04, 2024

आत्मा का रहस्य

पुराण, वेद और बाकी धर्मग्रंथों में साफ बताया गया है कि व्यक्ति की मौत के बाद भी कुछ चीजें उसके साथ अगले जन्म तक जाती हैं.

शरीर हमारी आत्मा के लिए कपड़े की तरह

हमार शरीर हमारी आत्मा के लिए कपड़े की तरह है. शरीर किस तरह की आत्मा चुनता है ये उसके कर्म पर निर्भर करता है.

अच्छा ज्ञान और गुण

ऐसी मान्यता है कि जीवित रहते हुए व्यक्ति जो गुण सीख लेता है उसेक साथ मृत्यु के बाद भी रुक जाते हैं. इसलिए अच्छा ज्ञान और गुण सीखें.

चीज की कामना

ग्रंथों के अनुसार, अगर किसी चीज को पाने की चाहत रखतें हैं और वह चीज व्यक्ति को नहीं मिले तो मौत के बाद भी उस चीज की कामना बनी रहती है.

नया शरीर

गरुड़ पुराण के अनुसार, मृत्यु के बाद आत्मा तत्काल ही नया शरीर धारण कर लेती है. यानी आत्मा का दूसरा जन्म हो जाता है.

10 से 13 दिन

कुछ आत्माओं को दूसरा शरीर धारण करने में तीन तो किसी को 10 से 13 दिन तो किसी को दूसरा जन्म सवा महीने बाद मिलता है.

कर्मकांड पर निर्भर

मृतक का जन्म किस योनि में और कितने दिन बाद होगा, यह उसके कर्मों और परिवार द्वारा किए गए कर्मकांड पर निर्भर करता है.

धर्मग्रंथो के आधार

हालांकि आत्म मरने के बाद कहां चली जाती है इस सवाल का जवाब अब तक नहीं मिला है. बस धर्मग्रंथो के आधार पर हम ये जान लेते हैं

विश्राम स्थिति

आचार्यों के मुताबिक शरीर से निकलने के बात आत्माएं आमतौर पर कुछ समय तक विश्राम स्थिति में होती हैं. इसके बाद वे नया शरीर धारण करती हैं.

पांच तरह के कोश

वैदिक ग्रंथ के अनुसार आत्मा पांच तरह के कोश में रहती है.

कर्म और मरने की तिथि के अनुसार

पुराणों के अनुसार जब भी मनुष्य मरता है या आत्मा शरीर को त्यागकर यात्रा शुरू करती है तो इस दौरान इस तीन मार्ग मिलते हैं. आत्मा के मरने की दिशा उसके कर्म और मरने की तिथि के अनुसार तय होती है.

Disclaimer

यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.

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