गलौटी कबाब का नाम सुनते ही मुंह में पानी आने लगता है. लोग इस कबाब के इतने दीवाने हैं चाहे जितनी बार भी वो यह कबाब खा लें. लेकिन उनका मन भरता है.
गलौटी कबाब नॉनवेज लवर की पहली पसंद है. यह इतने सॉफ्ट होते हैं कि इन्हें आप होंठों से भी चबाकर खा सकते हैं. पूरे भारत में लोग चटकारे मारकार गलौटी कबाब को खाते है.
गलौटी कबाब की खोज 13वीं शताब्दी में हुई थी. यह कबाब उन दिनों नवाब असफ-उद-दौला के लिए बनाये गए थे.
नवाब असफ-उद-दौला खाने के बहुत बड़े शौक़ीन थे. उनके लिओये रोजाना कुछ न कुछ नया पकवान बनता था. जब उनकी उम्र ज्यादा हीओ गई, तो उनके दांत टूट गए. इसके बाद रसोइयों ने उनके लिए गलौटी कबाब तैयार किये.
गलौटी कबाब लखनऊ की फेमस डिश मानी जाती है. 'गलौटी' नाम का अर्थ ही 'मुंह में पिघलने वाला होता है. यह कबाब अवधी व्यंजनों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.
लखनऊ के मशहूर गलौटी कबाब देश ही नहीं बल्कि दुनिया में भो अपनी पहचान बना चुके हैं. जो भी कोई इस कबाब को एक बार खा लेता है, तो उसके मन में दौबारा से इसे चखने की ललक लगी रहती है.
लखनऊ के मशहूर गलौटी कबाब को बारीक़ अरु सॉफ्ट मांस से तैयार किया जाता है. इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए करीब 160 मसलों को इस्तेमाल किया जाता है.
लखनऊ में साल 1905 से चले आ रहे टुंडे कबाबी रेस्तरां में आपको बेहत ही बेहतरीन तरीके से गलौटी कबाब को पेश किया जाएगा.
स्थान: 168/6, पुराना नजीराबाद रोड, मोहन मार्केट, ख्याली गंज, अमीनाबाद, लखनऊ उत्तर प्रदेश
मुगलों का दस्तरख्वान लखनऊ का एक प्रसिद्ध भोजनालय है, जो सबसे स्वादिष्ट कबाब परोसने के लिए जाना जाता है.
स्थान: 3/106, मंडी परिषद रोड, विवेक खंड 3, गोमती नगर, लखनऊ उत्तर प्रदेश
फलकनुमा रेस्टोरेंट अपने आप में लखनऊ की जान माना जाता है. यहां पर कबाब की खुशबू ही आपको दीवाना बना देगी.
स्थान: होटल क्लार्क्स अवध, 8, महात्मा गांधी मार्ग, हजरतगंज, लखनऊ उत्तर प्रदेश