यह धर्म की भूमि है, चाहे अच्छे के लिए हो या बुराई के लिए, हम धर्म के बिना नहीं कर सकते.
धार्मिक विचार हमारे खून में हैं. अगर हम इससे भागने की कोशिश करेंगे तो यह हमारा पीछा करेगी.
हमें क्रूस उठाना है, इसलिए नहीं कि सताया जाना सुखद है, बल्कि इसलिए कि दर्द और चोट उस सिद्धांत के पक्ष में कुछ भी नहीं है जिसके लिए उन्हें सहा जाता है.
धर्म के अलावा और क्या बाधा है. इसके बिना दुनिया में करने के लिए बहुत कुछ है.
हम केवल कलाहीन लोग हैं और ताल, समय और धुन के विशेषज्ञ नहीं हैं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.