कचहरी स्थित बाबूलाल कचौरी वाले की चर्चा मेरठ की हर गली में होती है. नाश्ते में यहां की कचौड़ी और साथ में जलेबी स्वाद में चार चांद लगा देती है
मेरठ गए और आपने काले की कुल्फी का स्वाद नहीं चखा, तो मानों आपका मेरठ जाना बेकार है. सदर बाजार में स्थित काले की कुल्फी का हर कोई दीवाना है
ड्राई फ्रूट्स से तैयार रबड़ी-फालूदा खाते ही आपके दिमाग में भी ठंडक आ जाएगी. सदर बाजार के फालूदा का हर जगह ज़िक्र होता है.
मेरठ के बेगमपुल स्थित छोटी सी पकौड़ी की दुकान की बड़ी चर्चा होती है. यहां पर तरह-तरह की पकौड़ी मिलती है. बरसात के मौसम में पकौड़ी खाने वालों की भीड़ लगी रहती है
मेरठ के लालकुर्ती स्थितपिंकी छोले-भटूरे की दिल्ली ही नहीं बल्कि देश में तमाम जगह चर्चा है. यहां के छोले भटूरे के लोग इतने दीवाने है कि सड़क पर खड़े होकर भी हंसते-हंसते खाते हैं
फ़ास्ट फ़ूड की बात करें, तो सर्किट हाउस के पास मिर्ची सेठ नाम से फ़ास्ट-फ़ूड कार्नर है. यहां पर टीनएजर्स से लेकर बुजुर्ग तक दीवाने हैं
साकेत स्थित गोल मार्किट में पंडित जी समोसे वाले का नाम हर जगह मशहूर है. यहां के समोसे का स्वाद अलग ही है. लोग इस स्वाद को काफी पसंद करते हैं
लालकुर्ती स्थित हरिया लस्सी वाले को कौन नहीं जानता. यहां की लस्सी के दूर-दूर चर्चे हैं.
मेरठ कॉलेज के पास गुप्ता जी की कुटिया की मैगी,चाय,पकौड़ी, का स्वाद हर किसी की जुबां पर राज करता है.
मेरठ की नान खटाई मानों मुंह में जाते ही पिघल जाती है. खस्ता नान खटाई को हर कोई पसंद करता है.