प्यार की निशानी की बात आने पर सबसे पहला नाम जुबां पर आगरा के ताजमहल का आता है. आगरा का ताजमहल अधिकांश लोगों ने देखा भी होगा, लेकिन बहुत कम ही लोगों को पता है कि यूपी में एक और ताजमहल है. जो आगरा के ताजमहल से कम खूबसूरत नहीं.
यूपी के बदायूं में भी आगरा के ताजमहल की तर्ज पर मिनी ताजमहल बनाया गया था.
आगरा के ताजमहल को मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज की याद में बनवाया था.
आगरा के ताजमहल की तर्ज पर बदायू के मोहल्ला जवाहरपुरी में नवाब इखलास खां की बेगम महबूब ने अपने शौहर की याद में मकबरे का निर्माण करवाया था.
आगरा का ताजमहल संगमरमर से बना है, जब कि बदायूं का यह मकबरा ककइया ईंटों से बनाया गया है.
बदायूं का यह मकबरा मुगलकाल की खूबसूरत इमारतों में से एक था.
इसे इखलास खां के रोजा या मकबरा के नाम से भी जाना जाता है.
इस मकबरे का निर्माण 1094 में कराया गया था. इसकी लंबाई 152 फीट और चौड़ाई 150 फीट है.
बदायूं का यह मकबरा जमीन से 6 फीट ऊंचाई पर करीब एक बीघे में बना है.
मकबरे में पांच कब्र भी हैं, जो इसी परिवार की हैं. ऊपरी हिस्से में इन कब्रों के ताबीज बने हैं.
मकबरे के चारों तरफ ताजमहल की तरह बुलंद मीनारें हैं. इनमें सीढ़ियां भी बनी हैं.