वारणसी के आस-पास चुनार का किला घूमने के लिए सबसे आकर्षक जगह है.
ये एतिहासिक स्थान वाराणसी से लगभग 45 किलोमीटर दूर मिर्जापुर में गंगा नदी के किनारे स्थित है.
ऐसा कहा जाता है कि महाराजा विक्रमादित्य ने 56 ईसा पूर्व अपने भाई साधु भाई भरथरी के लिए इस किले का निर्माण कराया था.
16 शताब्दी के बाद मुगल शासक बाबर ने 1529 में शासन किया, इसके बाद 1532 में शेरशाह सूरी ने किले पर अपना अधिकार जमा दिया है.
इस किले में घूमने समय आप भर्तृहरि की समाधि, सोनवा मंडप मुख्य जगह है. इन्हें नेपाल के राजा चंद्रकांता द्वारा बनावाया गया था.
चुनार स्टेशन से 28 किमी दूर लखनिया झरना है और चुनार स्टेशन से 17 किमी दूर श्री परमहंस आश्रम है.
अगर आप चुनार किला घूमने जाते हो तो यहां भी जा सकते है. लखनिया झरना प्रर्यटको के बीच काफी प्रचलित है.
इस किले में एक कुआं भी है जिसको राजा विक्रमादित्य द्वारा बनवाया गया था. इस कुएं के भीतर कमरें भी मौजूद है.