नीम करोली बाबा के बारे में हम सब ने सुना है. एप्पल कंपनी के फाउंडर स्टीव जॉब्स, क्रिकेटर विराट कोहली समेत पीएम मोदी भी उनके भक्त हैं. नीम करोली बाबा को हनुमान जी का अवतार माना जाता है. तो आइये जानते हैं नीम करोली बाबा के संपूर्ण जीवन के बारे में.
जानकारी के मुताबिक, नीम करोली बाबा का जन्म यूपी के अकबरपुर में 1900 के करीब हुआ था.
उनके पिता का नाम दुर्गा प्रसाद था. नीम करोली बाबा का वास्तविक नाम लक्ष्मीनारायण शर्मा था.
नीम करोली बाबा को लक्ष्मण दास, हांडी वाले बाबा, तिकोनिया वाले बाबा और तलईया बाबा जैसे नामों से भी जाना जाता है.
नीम करोली बाबा की शुरुआती पढ़ाई उनके गांव किरहीनं में हुई थी.
बताया जाता है कि 17 साल की उम्र में उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हो गई.
नीम करोली बाबा का विवाह 11 साल की उम्र में ही हो गया था.
हालांकि, शादी के बाद वह घर का त्याग कर गुजरात के एक वैष्णव मठ चले गए.
कई जगहों पर भ्रमण के बाद एक बार फिर से इन्हें गृहस्थ जीवन में लौटना पड़ा.
नीम करोली बाबा को दो पुत्र और एक पुत्री की प्राप्ति हुई. हालांकि, 1958 में नीम करोली बाबा ने दोबारा घर का त्याग कर दिया.
इसके बाद वह उत्तराखंड के कैंची धाम पहुंचे. फिर बाबा ने 1964 में इस आश्रम की स्थापना की.
कैंची धाम में बाबा ने हनुमान मंदिर की थी स्थापना की थी. वह 1961 में पहली बार अपने मित्र के साथ यहां आए थे.
नीम करोली बाबा आगरा से नैनीताल जा रहे थे. तभी रास्ते में उनकी तबीयत खराब हो गई.
बाबा ने 11 सितंबर 1973 को अपने प्राण त्याग दिए. वृंदावन में नीम करोली बाबा की समाधि मंदिर है.