विश्वकर्मा योजना के तहत पहले चरण में 1 लाख रुपये तक का लोन 5 प्रतिशत ब्याज पर दिया जाएगा.
दूसरे चरण में 2 लाख रुपये तक का लोन 5 प्रतिशत ब्याज की दर से दिया जाएगा.
एक सप्ताह की ट्रेनिंग के दौरान कामगारों को 500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भत्ता दिया जाएगा.
कारीगरों को 15 हजार रुपये एडवांस टूल किट खरीदने के लिए मुहैया कराए जाएंगे.
कर्ज के लिए ऑनलाइन फॉर्म या फिर सहज जन सेवा केंद्रों के जरिये आवेदन किया जा सकेगा.
आवेदन करने के बाद गांव की पंचायत या शहरी स्थानीय निकाय के अधिकारी द्वारा उसकी जांच पड़ताल की जाएगी.
जांच में आवेदन सही पाए जाने पर आपका लोन मंजूर कर दिया जाएगा.
सस्ते कर्ज के अलावा शिल्पकारों को उनके क्षेत्र में कौशल विकास की ट्रेनिंग भी सरकार मुहैया कराएगी.
विश्वकर्मा योजना में एसबीआई, पीएनबी जैसे सरकारी बैंकों के माध्यम से कर्ज के लिए आवेदन किया जा सकेगा.
इस योजना में लोहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाले, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, मोची आदि को शामिल किया गया है.