वृंदावन वाले प्रेमानंद जी महाराज को खानपान में काफी परहेज करना पड़ता है.
दरअसल बाबा को किडनी से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है जिसके कारण उनका खानपान चुनौती पूर्ण होता है. बहुत लिमिट में ही खाना पीना पड़ता है.
प्रेमानंद जी महाराज की दोनों किडनियां फेल हैं और बिल्कुल काम नहीं करती हैं.
यही कारण है कि उन्हें हर दूसरे दिन किडनी डायलिसिस पर रहना होता जिससे खान पान कम करना होता है.
हैरानी की बात है कि महाराज जी दिन में बस आधी रोटी खाते हैं और साथ में थोड़ी सी सब्जी लेते है.
प्रेमानंद जी महाराज की स्थिति गंभीर होती जिससे उन्हें पानी भी तय मात्रा में ही पीना होता है.
उन्होंने एक वीडियो में जानकारी दी थी कि वह दिन में पानी भी काफी मुश्किल से पी पाते हैं.
प्रेमानंद जी महाराज दिन के समय में बस आधा गिलास ही पानी पी पाते हैं, इससे ज्यादा पानी पीना उन्हें बिल्कुल मना है.
प्रवचन के दौरान बाबा का गला जब सूखता है तो वो पानी नहीं पीते बल्कि गीले कपड़े से होंठ पोछंकर ही रह जाते हैं.
Disclaimer: दी गई जानकारी पंचांग और ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है. ZEE UP/UK इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता.