रुद्राक्ष हर किसी को नहीं पहनना चाहिए, फायदे की जगह हो न जाए बड़ा नुकसान

Zee News Desk
Oct 04, 2023

रुद्राक्ष धारण के नियम

Rudraksha Rules : हिन्‍दू धर्म में रुद्राक्ष को काफी पवित्र माना गया है. रुद्राक्ष का संबंध भगवान भोले नाथ से है. यही वजह है कि हर कोई रुद्राक्ष धारण कर लेता है. क्‍या आपको पता है कि हर किसी को रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए.

धार्मिक मान्‍यता

धार्मिक मान्‍यता है कि भगवान भोले नाथ को रुद्राक्ष काफी प्रिय है. रुद्राक्ष की उत्‍पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है.

कितनी तरह के रुद्राक्ष

जानकारी के मुताबिक, एक मुखी से लेकर इक्‍कीस मुखी तक रुद्राक्ष पाए जाते हैं.

नकारात्‍मकता दूर होती है

एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से सूर्य के नकारात्‍मक प्रभाव दूर हो जाते हैं. हालांकि, इसे हर कोई धारण नहीं कर सकता.

प्रेग्‍नेंट महिलाएं

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रेग्‍नेंट महिलाओं को रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए.

नवजात शिशु

वहीं, अगर कोई शख्‍स रुद्राक्ष धारण किया तो उसे नवजात शिशु के पास जाने से बचना चाहिए.

मांसाहारी

अगर कोई मांसाहारी है तो उसे रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए.

धूम्रपान

धार्मिक मान्‍यताओं के मुताबिक, अगर कोई रुद्राक्ष धारण करना चाहता है तो पहले उसे धूम्रपान और मांस-मदिरा छोड़ देना चाहिए.

ऐसा न करें

अगर आपने रुद्राध धारण किया है तो सोने से पहले उसे उतार देना चाहिए.

तकिये के नीचे रखें

सोते समय आप इसे उतार कर तकिए के नीचे रख सकते हैं. तकिए के नीचे रुद्राक्ष रख कर सोने से बुरे सपने नहीं आते.

सोते समय उतार दें

इसके अलावा अगर किसी को अनिद्रा की दिक्‍कत है तो उसे रुद्राक्ष सोने से पहले उतार कर तकिये के नीचे रख देना चाहिए.

ये है नियम

रुद्राक्ष को कभी भी काले धागे में नहीं धारण करना चाहिए. इसे हमेशा लाल या पीले रंग के धागे में ही धारण करें.

स्‍नान के बाद पहनें

रुद्राक्ष बेहद पवित्र माना जाता है इसलिए इसे कभी अशुद्ध हाथों से नहीं छूना चाहिए. इसे हमेशा स्नान करने के बाद शुद्ध होकर ही धारण करना चाहिए.

डिस्क्लेमर

यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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