आइए जानते हैं इन दिन का मुहूर्त, पूजा विधि और भोग के बारे में
सावन की शिवरात्रि इस बार 15 जुलाई 2023, दिन शनिवार को पड़ रही है. भोलेनाथ (Lord Shiva) की इस दिन विशेष पूजा अर्चनाकर और व्रत रखकर भक्त उनका आशीर्वाद पा सकते हैं.
सावन शिवरात्रि 15 जुलाई 2023 की रात 8:32 बजे से शुरू होकर 16 जुलाई 2023 को रात 10:08 बजे तक रहने वाली है.
पारण का शुभ मुहूर्त होगा 16 जुलाई 2023 की सुबह 5:35 से लेकर दोपहर 3:54 तक.
सावन शिवरात्रि में जो भक्त भोलेनाथ की पूजा करना चाहते हैं तो जानले कि पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 16 जुलाई रविवार दोपहर को 12:08 से शुरू होकर 12:48 बजे तक का होगा.
सावन शिवरात्रि पर भगवान शिव की विधिवत पूजा करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं. इसके लिए व्रती को सुबह सवेरे ही जागना होगा और स्नान करके साफ वस्त्र धारण करने होंगे.
साफ वस्त्र पहनकर शिवलिंग का सबसे पहले जलाभिषेक करिए. जलाभिषेक के बाद शिवलिंग पर सच्चे मन से दूध, दही, शहद, चीनी चढ़ाएं.
इसके बाद भगवान शिव को स्नान कराएं और फिर उनको फूल, माला, बेलपत्र, धतूरा के साथ ही आक का फूल अर्पित करें. इस समय मां पार्वती की भी पूजा करें.
भगवान को भोग लगाएं, धूप, दीप दिखाएं. आरती करने के बाद शिव तांडव स्त्रोत का पाठ अवश्य कर लें. इस पाठ से भगवान शिव बहुत प्रसन्न होंगे और आशीर्वाद देंगे.
सावन शिवरात्रि पर भोग के रूप में भगवान भोलेनाथ को आप सच्चे मन से जो भी अरपिक करेंगे भगवान स्वीकार करेंगे. इस शिव जी को भोग चढ़ाने का भी बहुत महत्व है.
सावन शिवरात्रि के अवसर पर शिव जी को मखाने की खीर चढ़ाएं. शिवजी तुरंत प्रसन्न होंगे. शिव जी को भांग के पकौड़े, आटे या सूजी का हलवा बनाकर भोग लगाएं.
भोग के रूप में भगवान को आप ठंडाई, मालपुए भी अर्पित कर सकते हैं. महादेव को मलपुआ अत्यधिक भाता है, इससे वो अति प्रसन्न होंगे.