भारत का सबसे पढ़े लिखे व्यक्ति जिनके पास करीब 20 डिग्रियां थी और वो भी 42 यूनिवर्सिटीज से, इनका नाम है श्रीकांत जिचकर जोकि देश के सबसे योग्य व्यक्ति के रूप जाने जाते थे.
श्रीकांत 25 साल की उम्र में अपना 14 पोर्टफोलियो बना चुके थे. लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में उनका देश के सबसे योग्य व्यक्ति होने के तौर पर दर्ज है.
जिचकर ने अपनी इधकतक परीक्षाएं फर्स्ट डिवीजन में पाकर और गोल्ड मेडल पाकर पास किए. साल 1973 और 1990 के बीच उन्होंने यूनिवर्सिटीज की 42 परीक्षाएं दीं.
आईएएस परीक्षा के लिए उन्होंने आईपीएस परीक्षा पास किया और जल्दी से इस्तीफा भी दे दिया. इस परीक्षा को भी पास कर लिया. पहले राष्ट्रीय चुनाव में भाग लेने के लिए चार महीने बाद ही उन्होंने अपना पद त्याग दिया.
1980 में महाराष्ट्र विधान सभा में उन्हें सेवा के लिए चुन लिया गया जिससे वे देश के सबसे युवा सांसद हुए. राज्य मंत्री, राज्यसभा सदस्य व महाराष्ट्र विधान परिषद के मेंबर की जिम्मेदारी दी गई.
उनके पास हमेशा से क्रिएटिवी थी, उन्हें पेंटिंग करना बहुत पसंद थी. नाटकों में भाग लेना पसंद था. धर्म, स्वास्थ्य व शिक्षा पर वो भाषण भी देते थे देश भर में यात्राएं करते की.
उन्होंने यात्रा के दौरान ही यूनेस्को में भारत का भी प्रतिनिधित्व किया लेकिन 2 जून 2004 को बस ने श्रीकांत की कार से जा टकराई.
वह कार डॉ जिचकर के दोस्त की थी. उस रात महज 49 साल की छोटी उम्र में डॉ. जिचकर ने दुनिया को अलविदा कह दिया.
डॉक्टर, वकील, आईपीएस व आईएएस अधिकारी के साथ ही डॉ. श्रीकांत राजनेता बहुत कम उम्र में बनने के बाद भी उन्होंने पूरा जीवन जीया.
जिचकर के 52,000 कलेक्शन का एक बहुत बड़ा संग्रह अपनी निजी लाइब्रेरी में उन्होंने संभालकर रखा था जो उनके पढ़ने के जुनून को दिखाता है.
उनके पास थीं इतनी डिग्री- 1. Medical Doctor, MBBS and MD, 2. Law, LL.B., 3. International Law, LL.M., 4. Masters in Business Administration, DBM and MBA, 5. Bachelors in Journalism, 6. M.A. Public Administration, 7. M.A. Sociology, 8. M.A. Economics, 9. M.A. Sanskrit, 10. M.A. History