सुनिधि चौहान आज शानदार गायिकाओं में शुमार होती है जिनको विरासत में गायिकी मिली, उनके पिता दुष्यंत कुमार चौहान भी एक गायक हैं.
सुनिधि की शुरुआती पढ़ाई यूपी के बलरामपुर स्थित ब्लूमिंग बड्स पब्लिक स्कूल में हुई. आगे जाकर दिल्ली के ग्रीनवे पब्लिक स्कूल में पढ़ी. 10वीं तक ही उन्होंने पढ़ाई की.
सुनिधि हिंदी के अलावा मराठी, कन्नड़, तेलगु के साथ ही तमिल, पंजाबी, बंगाली, असमी, नेपाली व उर्दू में भी गा चुकी है. आज इन की नेटवर्थ 73.67 से 76.67 करोड़ के लगभग है.
ऐसा माना जाता है आशा भोसले के बाद सुनिधि चौहान एकमात्र गायिका हैं जिनकी आवाज में इतनी वैरायटी है. सुनिधि ने अपने करियर की शुरुआत महज 4 साल की उम्र से की थी.
सुनिधि ने बचपन में कई मंदिरों व कार्यक्रमों में गाए. पिता दुष्यंत कुमार चौहान एक थिएटर पर्सन थे. घर में ही कलाकारों वाला माहौल था तो सुनिधि छोटी उम्र में ही रियलिटी शो में भाग लेने लगीं.
ऐसे में सुनिधि चौहान अपनी टीनएज तक आते-आते सिंगिंग सेंसेशन बन गई. उन्होंने गायकी को ही अपने जीवन का गोल बना लिया.
सुनिधि चौहान ने दूरदर्शन पर आने वाले शो 'मेरी आवाज सुनो' में भाग लिया और कॉम्पिटिशन जीत गई. फिर यहीं से संगीत का सफर शुरू हो गया.
सुनिधि ने सिंगिंग के लिए अपना स्कूल तक छोड़ दिया जिसके वो 10वीं से आगे नहीं पढ़ पाईं.सिंगिंग करियर में ही काफी तेजी से आगे बढ़ती चली गईं.
सुनिधि ने 1996 में शस्त्र के गाने लड़की दीवानी, लड़का दीवाना से अपने सिंगिंग करियर को शुरु किया और आज वो अपने एक शो के लिए करीब 8 से 10 लाख रुपए तक की फीस लेती है.